अगर आपने समाज में अपने आप को साबित नहीं किया, अगर आप ने कुछ बड़ा हासिल नहीं किया, अगर आप अपनी योग्यता दिखा नहीं पाए तो जब जब आपकी कहानी लिखी जाएगी, एक प्रश्न चिन्ह आपकी कहानी पर सवाल खड़े करेगा, और उसको कभी पूरा नहीं होने देगा।
कोई ख्वाहिश हो, कोई सिफ़ारिश हो, कोई सलाह हो, या तरकीब हो, परेशानी हो, या उलझन हो
प्रश्न चिन्ह लगते रहेंगे
चाहे आप सही गलत का भेद बताएं
या किसी को कोई नया मार्ग दिखाएं
प्रश्न चिन्ह लगते रहेंगे।
कोई शरम हो, कोई दोष हो, कोई पुण्य हो, कोई पाप हो, कोई सच हो, कोई झूठ हो,
प्रश्न चिन्ह लगते रहेंगे
आपकी असफलता को तो प्रत्याशित मान कर लोग उपहास करेंगे लेकिन आपकी सफलता पर
प्रश्न चिन्ह लगते रहेंगे
यह प्रश्न चिन्ह आपको हमेशा अपनी आकृति के समान घुमावदार भूल भुलैया में भटकाता रहेगा, और आपके अंतर्मन में एक प्रश्न चिन्ह लगाता रहेगा कि कोई अंत है इस प्रश्न चिन्ह का?
लेकिन जिस दिन आपने अपनी शक्ति का प्रयोग कर के उस प्रश्न चिन्ह की घुमावदार आकृति को मरोड़कर सीधा कर दिया, साबित कर दिया इस समाज में खुद को, अपनी योग्यता का ढिंढोरा पीट दिया, वही प्रश्न चिन्ह अब आपकी कहानी में पूर्ण विराम बन कर उसे एक नया आयाम देगा, उस कहानी को पूरा करेगा।
© सत्यम
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